रायपुर. कोरोना संक्रमणकाल में जंगल सफारी (Jungle Safari Raipur) में चहेतों को नौकरी देने के आरोप में घिरे सफारी प्रबंधन के खिलाफ वन विभाग के अधिकारियों ने जांच कराने तथा नियम विरुद्ध नियुक्त संविदा कर्मचारियों को हटाने का आश्वासन छत्तीसघढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों को दिया है। इसके बाद महासंघ ने प्रस्तावित हड़ताल स्थगित कर दिया है। वहीं, जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं होने महासंघ ने पुन: उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
कर्मचारी महासंघ कर रहा था कार्रवाई की मांग
छत्तीसगढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारी जंगल सफारी प्रबंधन के अधिकारियों की मनमानी का लगातार विरोध कर रहे थे। महासंघ ने संविदा नियुक्ति मामले की शिकायत पीसीसीएफ कार्यालय में भी की थी। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं, पत्रिका में इस संबंध में खबर प्रकाशित होने के बाद वन विभाग के आला अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया।
छत्तीसढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष बजरंग मिश्रा ने कहा, जंगल सफारी में हुई भर्तियों की जांच कराने व नियम विरुद्ध भर्ती हुए कर्मचारियों को बाहर निकालने का आश्वासन आला अधिकारियों ने दिया है। इसके बाद प्रदर्शन स्थगित किया गया है। ठोस कार्रवाई नहीं होने पर दोबारा प्रदर्शन करेंगे।